सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को धार देने में जुटी योगी सरकार
अपने दूसरे कार्यकाल में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ बहुत ही सोची समझी रणनीति के तहत कार्य कर रहे हैं अब वह अपने कार्य को 100 दिन के एजेंडे के रूप में करेंगे उन्होंने अपने पहले 100 दिन के एजेंडे में कई अन्य कार्यों के साथ में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को प्रमुखता दी है इसके तहत उन्होंने पुरोहित कल्याण बोर्ड का गठन करने का फैसला किया है इस बोर्ड के गठन होने के बाद सभी मंदिरों में साधु संतों एवं पुजारियों को प्रतिमाह वेतन मिलने लगेगा इस तरह का कार्य करने वाला उत्तर प्रदेश भारत का पहला राज्य होगा भाजपा ने इसे अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। योगी आदित्यनाथ शुरू से ही साधु संतों एवं पुजारियों के हित में कार्य करते रहें हैं उन्होंने शुरू से अपना इरादा साफ कर दिया था इसीलिए उन्होंने हर बार दिवाली पर अयोध्या जाकर के या अन्य मंदिरों में जाकर के यह साफ कर दिया था कि वह अपनी हिंदू संस्कृति को आगे ले जाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे और हिंदू संस्कृति के उत्थान के लिए किसी कार्य को करने में हिचकिचाएंगे नहीं ।
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