दिखावा बनकर रह गया संयुक्त राष्ट्र संघ
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना दुनिया में शांति बहाली के लिए हुई थी परंतु संयुक्त राष्ट्र संघ अब केवल एक दिखावा बनकर रह गया है जिस तरह रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण करके तहस-नहस करने का काम किया है उससे संयुक्त राष्ट्र संघ की वैधानिकता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो गया है संयुक्त राष्ट्र संघ केवल कमजोर देशों में हस्तक्षेप करता है जबकि शक्तिशाली देशों के मामले में वह मूकदर्शक बनकर खड़ा हो जाता है अब दुनिया को यह फैसला करना होगा कि संयुक्त राष्ट्र संघ के अस्तित्व को रखा जाए या समाप्त किया जाए परंतु यूक्रेन और रूस युद्ध से एक बात तय हो गई है कि अब दुनिया में फिर से विस्तार वाद जन्म लेगा और छोटे देशों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है
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